संजय केजरीवाल ने साबित किया "झुकती हैं दुनिया, झुकाने वाला चाहिए!"


मुजफ्फरपुर से बड़ी खबर
– नगर निगम कार्यालय में हुए ऐतिहासिक अनशन ने राजनीति का पूरा माहौल बदल दिया है। वार्ड 20 के पार्षद संजय कुमार केजरीवाल ने तीन दिनों तक लगातार अनशन कर यह साबित कर दिया कि जब जनता का सच्चा प्रतिनिधि मैदान में उतरता है तो पूरी व्यवस्था को झुकना पड़ता है।

केजरीवाल ने ट्रेड लाइसेंस शुल्क समाप्त करने और सफाई मजदूरों के पारिश्रमिक बढ़ाने जैसी आम जनता से जुड़ी मांगों को लेकर यह लड़ाई लड़ी। उनकी जिद और संघर्ष ने आखिरकार महापौर और नगर आयुक्त को मजबूर कर दिया कि वे देर रात जनता के पक्ष में लिखित आश्वासन दें। जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया गया, लेकिन तब तक यह लड़ाई पूरे मुजफ्फरपुर की जीत बन चुकी थी।


विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ी लोकप्रियता

इस आंदोलन के बाद संजय केजरीवाल की राजनीतिक ताकत कई गुना बढ़ गई है। माना जा रहा है कि वे इस बार मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज पार्टी के संभावित प्रत्याशी हैं। अनशन के बाद जनता के बीच उनकी छवि सिर्फ़ एक पार्षद की नहीं रही, बल्कि एक ऐसे नेता की बन गई है जो जनता की आवाज़ को सड़कों से लेकर सदन तक बुलंद कर सकता है।

मुजफ्फरपुर की गलियों में गूंज रहा नारा

नगर निगम के सामने हुए इस संघर्ष ने यह साफ कर दिया कि संजय केजरीवाल जनता के मुद्दों पर सिर्फ़ बातें नहीं करते, बल्कि जमीन पर उतरकर लड़ते हैं। यही वजह है कि शहर के चौक-चौराहों और सोशल मीडिया पर एक ही नारा गूंज रहा है—

           

“झुकती हैं दुनिया, झुकाने वाला चाहिए… और संजय केजरीवाल वही शख्स हैं।”

क्यों बन रहे हैं जनता की पहली पसंद?

  • जनता से जुड़े मुद्दों पर सीधी लड़ाई
  • तीन दिन तक लगातार अनशन और जनता का साथ
  • नगर निगम को मजबूर करके लिखित आश्वासन दिलाना
  • पार्षद से आगे बढ़कर विधानसभा प्रत्याशी की मजबूत छवि

मुजफ्फरपुर की राजनीति में यह आंदोलन एक टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है। लोग अब खुलकर कह रहे हैं कि संजय केजरीवाल ही वह चेहरा हैं जो शहर को उसका हक दिला सकते हैं।

Aanchal Reels Editing by Lokesh Pushkar






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