श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ से संस्कार की प्राप्ति: पं. कमलापति त्रिपाठी

 

चंपारण, बिहार: जय अंबिका आंख अस्पताल में 27 फरवरी से 5 मार्च तक आयोजित होने वाले श्रीमद्भागवत ज्ञान महायज्ञ के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और कथा वाचक पंडित कमलापति त्रिपाठी ने कहा कि आधुनिकता और पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव से हमारी पुरानी संस्कृतियां और संस्कार धूमिल हो रहे हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आज के बच्चे और युवा मोबाइल में व्यस्त हैं और सही दिशा की तलाश में भटक रहे हैं।

पंडित त्रिपाठी ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण बच्चों और युवाओं में संस्कारों को जागृत कर सकता है। कथा के माध्यम से वे योग्य नागरिक बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त श्रीमद्भागवत कथा वाचक श्री महेंद्र चतुर्वेदी जी का इस आयोजन में आगमन चंपारण की धरती के लिए सौभाग्य की बात है।


कार्यक्रम की विशेषताएं

कथा का समय: 27 फरवरी से 5 मार्च

स्थान: जय अंबिका आंख अस्पताल परिसर

सुविधाएं: दूर से आने वाले भक्तों के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था

पंडित त्रिपाठी ने बताया कि श्रीमद्भागवत महापुराण की रचना से 17 अन्य पुराणों की अपूर्णता समाप्त हुई। उन्होंने सभी भक्तों से अनुरोध किया कि वे तन, मन, और धन से इस कथा में सहभागी बनें और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करें।

आयोजन में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्ति

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रामपुरवा मठ के मठाधीश बालक बाबा और संरक्षक जगदीश त्रिपाठी ने भी अपने विचार साझा किए। यूथ के प्रदेश अध्यक्ष साकेत मिश्रा ने युवाओं को इस आयोजन से जुड़ने की अपील की।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख नाम:

डॉ. तिरुपति त्रिपाठी, श्रीपति त्रिपाठी, अजय त्रिपाठी, सुनील त्रिपाठी, और अन्य श्रद्धेय व्यक्तित्व।

कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. शंकर वत्स ने किया।

आमंत्रण

सभी श्रद्धालु भक्तों को इस आध्यात्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। आयोजकों ने सभी से अपील की है कि वे श्रीमद्भागवत कथा का रसास्वादन करें और अपने जीवन को संस्कारमय बनाएं।







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